राज्यपाल मगूभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने किया शुभारंभ
अंतराष्ट्रीय वन मेले के मौके पर सीएम डॉ मोहन यादव ने अंतर्राष्ट्रीय वन मेले की सभी को शुभकामनाएं दी. सीएम ने कहा हमारे एमपी में गौरव की ऊंचाईयों को छू रही वन संपदा है.
मध्य प्रदेश में 31% वन सम्पदा है. जंगल के आभूषण सभी प्रकार के बाघ, तेंदुआ और चीता वन में मिलते है. बाघ में प्रदेश नंबर वन पर है, चीता का पुनः स्थापन किया जा रहा है.
सीएम ने कहा वनवासी भाई बहन जंगल कटने नहीं देते है. जो अच्छी बात देखने को मिली है. वन संपदा ग्रामीण भाई बहनों के कारण बची है. जीवन के लिए दवाइयां जंगल में है. बीमारी का इलाज जंगलों की वन सम्पदा में है..आयुर्वेदिक काढ़े से कोरोना में जिंदगी बचाने का काम हुआ. औषधि निर्माण के केंद्र बने हैं.
सीएम ने कहा सरकार के एक वर्ष होने पर नया रिकॉर्ड बना है. नदी जोड़ों अभियान का संकल्प पूरा हुआ. जहां सूखा वहां बाढ़ का पानी पहुंचेगा. सीएम डॉ मोहन यादव ने कहा 30% भोजन शरीर का जल है. नदी जोड़ों अभियान में पीएम मोदी ने हौसला अफजाई की है. 90% राशि केंद्र सरकार ने दी है.
इससे 11 जिलों को एमपी में लाभ मिलेगा. भोपाल का नाम बढ़ाने का काम किया. देश में कोई राजधानी ऐसी नहीं जहां बाघ हो . भोपाल अकेला शहर है जहां टाइगर घूमता है. वन मेले को लेकर उन्होंने कहा अलग अलग स्टालों में वन औषधियां है..साथ ही वन मेले में दुबारा आने की भी बात सीएम ने कही.
राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने सीएम डॉ मोहन यादव के कार्यों की तारीफ की...उन्होंने कहा मध्यप्रदेश में प्रगति हो रही है. सीएम डॉ मोहन यादव सक्रिय है. सीएम इंग्लैंड और जर्मनी गए. 78 करोड़ का इन्वेस्टमेंट लेकर आए. राज्यपाल ने वन मेले को लेकर सभी को बधाई दी और औषधियों के महत्व को बताया.